Atharv aur Mayalok | अथर्व और मायालोक
By: Manish Pandey Rudra
लाईब्रेरी में काम करने वाले अथर्व का बस एक ही मकसद था, अपने माता-पिता की खोज।
इसी खोज में उसके हाथ लगा एक जादुई लॉकेट, जिसे पाने को बेताब थे मायालोक के खूँखार पशुमानव।
उन इच्छाधारी पशुमानवों से बचता हुआ अथर्व जा पहुँचा मायालोक!!!
जहाँ छिड़ा हुआ था एक महासंग्राम!
लाईब्रेरी में काम करने वाले अथर्व का बस एक ही मकसद था, अपने माता-पिता की खोज।
इसी खोज में उसके हाथ लगा एक जादुई लॉकेट, जिसे पाने को बेताब थे मायालोक के खूँखार पशुमानव।
उन इच्छाधारी पशुमानवों से बचता हुआ अथर्व जा पहुँचा मायालोक!!!
जहाँ छिड़ा हुआ था एक महासंग्राम!
क्या अथर्व उन पशुमानवों से खुद को बचा पाया?
क्या उसके माता-पिता की खोज कभी पूरी हुई?
क्या हुआ मायालोक के महासंग्राम का अंत?
यह सब जानने के लिए,
चलिए एक जादुई दुनिया मायालोक के रोमांचक सफर पर, अथर्व के साथ।